S.N. Memorial School, Gausganj Gangi: एक नई पहल! 'जूनियर विंग्स' में नौनिहालों के सर्वांगीण विकास का निरीक्षण

शिक्षा एक निवेश है, और S.N. Memorial School में यह निवेश बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए किया जा रहा है!
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S.N. Memorial School, Gausganj Gangi हमेशा से ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्रों के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध रहा है। इसी कड़ी में, हाल ही में स्कूल के जूनियर  विंग्स में एक विशेष निरीक्षण दिवस (Observation Day) का आयोजन किया गया। यह विंग, विशेष रूप से नन्हे-मुन्ने बच्चों की बुनियादी शिक्षा और सर्वांगीण विकास पर केंद्रित है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर, स्कूल की ऊर्जावान और दूरदर्शी संचालिका डॉ. स्मिता सिंह ने स्वयं उपस्थित होकर बच्चों के विकास के हर पहलू का बारीकी से जायजा लिया।

स्नेह और शिक्षा का संगम: डॉ. स्मिता सिंह बच्चों के बीच

यह निरीक्षण दिवस एक औपचारिक कार्यक्रम मात्र नहीं था, बल्कि यह स्कूल के 'बच्चों के प्रति समर्पण' का एक जीवंत प्रमाण था। डॉ. स्मिता सिंह ने एक प्रशासक के रूप में नहीं, बल्कि एक स्नेही मार्गदर्शक के रूप में बच्चों के बीच समय बिताया। उन्होंने स्वयं बच्चों के साथ बैठकर, उनकी गतिविधियों में भाग लिया और उनके सीखने की प्रक्रिया को करीब से समझा। उनका उद्देश्य यह देखना था कि क्या बच्चे नई पीढ़ी के अनुरूप विकसित हो रहे हैं और क्या स्कूल उन्हें 21वीं सदी के कौशल (21st Century Skills) प्रदान करने में सफल हो रहा है।

डॉ. स्मिता सिंह का कहना है: "हमारा लक्ष्य केवल किताबी ज्ञान देना नहीं है, बल्कि खुशी, आत्मविश्वास और रचनात्मकता से भरपूर एक ऐसा माहौल बनाना है, जहाँ हर बच्चा अपनी अद्वितीय क्षमता को पहचान सके। ‘जूनियर   विंग्स, भविष्य के लिए मजबूत नींव रखने का हमारा पहला कदम है।"
 
सर्वांगीण विकास की कसौटी: ‘जूनियर   विंग्स का मूल्यांकन
‘जूनियर   विंग्स में बच्चों के सर्वांगीण विकास का मूल्यांकन निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर केंद्रित रहा:
1. रचनात्मक और संज्ञानात्मक विकास (Creative & Cognitive Development)
  • गतिविधि आधारित शिक्षा (Activity-Based Learning): डॉ. सिंह ने देखा कि कैसे शिक्षक खेल-खेल में शिक्षा दे रहे हैं। बच्चों को पारंपरिक तरीकों के बजाय रंगों, पहेलियों, संगीत और कहानी सुनाने के माध्यम से अक्षर ज्ञान और संख्या ज्ञान कराया जा रहा था।
  • कल्पनाशीलता को बढ़ावा: कक्षा में उपलब्ध रचनात्मक सामग्री (Creative Materials)जैसे बिल्डिंग ब्लॉक्स, क्ले, और ड्रॉइंग किट्स—ने बच्चों की कल्पना शक्ति को उड़ान भरने का मौका दिया।
2. सामाजिक और भावनात्मक विकास (Social & Emotional Development)
  • साझा करना और सहयोग: डॉ. सिंह ने बच्चों के बीच आपसी बातचीत और सहयोग के स्तर को परखा। उन्होंने पाया कि छोटे समूह गतिविधियों (Group Activities) के माध्यम से बच्चे साझा करना, इंतजार करना और एक-दूसरे की मदद करना सीख रहे थे।
  • आत्मविश्वास का निर्माण: शिक्षकों द्वारा बच्चों को प्रश्न पूछने और अपने विचार व्यक्त करने के लिए प्रोत्साहित करने से, उनके आत्मविश्वास (Self-Confidence) में स्पष्ट वृद्धि दिखी।
3. शारीरिक और गत्यात्मक विकास (Physical & Motor Development)
  • फाइन मोटर स्किल्स: पेंसिल पकड़ने, बटन लगाने, और छोटी वस्तुओं को संभालने जैसी फाइन मोटर स्किल्स का विकास विभिन्न खेल-सामग्री के माध्यम से सुनिश्चित किया जा रहा था।
  • प्ले एरिया (Play Area) का महत्व: स्कूल के सुरक्षित और आकर्षक खेल के मैदान में बच्चों ने ऊर्जा से भरी गतिविधियों में भाग लिया, जो उनके शारीरिक स्वास्थ्य और सकल गत्यात्मक कौशल (Gross Motor Skills) के लिए अत्यंत आवश्यक है।
नई पीढ़ी की ज़रूरतों पर फोकस
डॉ. स्मिता सिंह का यह निरीक्षण विशेष रूप से इस बात पर केंद्रित था कि क्या स्कूल बच्चों को 'नई पीढ़ी के अनुरूप' विकसित कर रहा है। आज के युग में, शिक्षा का अर्थ केवल अच्छे अंक लाना नहीं है, बल्कि समस्या-समाधान (Problem-Solving), आलोचनात्मक सोच (Critical Thinking), और डिजिटल साक्षरता (Digital Literacy) जैसे कौशल विकसित करना है।
  • प्रौद्योगिकी का उपयोग: कक्षाओं में इंटरैक्टिव स्क्रीन (Interactive Screens) और सरल शैक्षिक ऐप्स का उपयोग देखा गया, जिससे बच्चों को टेक्नोलॉजी से एक सकारात्मक जुड़ाव महसूस हो रहा था।
  • मूल्य आधारित शिक्षा (Value-Based Education): निरीक्षण के दौरान, बच्चों को नैतिक मूल्यों (Moral Values) और अच्छी आदतों के बारे में सिखाया जा रहा था। यह सुनिश्चित करता है कि बच्चे केवल बुद्धिमान ही नहीं, बल्कि जिम्मेदार नागरिक भी बनें।
 
सफल निरीक्षण और भविष्य की योजनाएँ

डॉ. स्मिता सिंह ने ‘जूनियरविंग्स के शिक्षण-अधिगम (Teaching-Learning) वातावरण पर गहरी संतुष्टि व्यक्त की। उन्होंने शिक्षकों के समर्पण, नवीन शिक्षण विधियों (Innovative Teaching Methods), और बच्चों के प्रति स्नेहपूर्ण व्यवहार की सराहना की।
स्कूल प्रशासन का संदेश: "S.N. Memorial School, Gausganj Gangi में, हर दिन एक नया आविष्कार है, एक नई सीख है। हम माता-पिता को आश्वस्त करते हैं कि उनके बच्चे सबसे सुरक्षित, सबसे रचनात्मक और सबसे आगे रहने वाले वातावरण में विकसित हो रहे हैं। ‘जूनियर   विंग्स की सफलता हमारे पूरे स्कूल के लिए एक प्रेरणा है।

यह निरीक्षण दिवस इस बात को रेखांकित करता है कि S.N. Memorial School, Gausganj Gangi केवल एक इमारत नहीं है, बल्कि वह स्थान है जहाँ कल के लीडर तैयार हो रहे हैं! यह स्कूल, डॉ. स्मिता सिंह के नेतृत्व में, आधुनिक शिक्षा और भारतीय संस्कारों का एक अनूठा मिश्रण प्रदान कर रहा है।

आप भी अपने बच्चे को इस उत्कृष्ट शिक्षण यात्रा का हिस्सा बनाएं!

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