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सम्मान की ऊँचाइयों पर भोजपुर की बेटी: डॉ. स्मिता सिंह को सिलीगुड़ी राष्ट्रीय शिक्षा कांफ्रेंस में किया गया सम्मानित– निजी शिक्षा में योगदान के लिए मिला राष्ट्रीय स्तर पर विशेष सम्मान
आरा, 16 जून 2025 :शिक्षा के क्षेत्र में भोजपुर की अमिट छाप छोड़ने वाली डॉ. स्मिता सिंह को 13वीं राष्ट्रीय शिक्षा कांफ्रेंस 2025 के दौरान एक विशेष समारोह में राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया गया। यह आयोजन प्राइवेट स्कूल्स एंड चिल्ड्रन वेलफेयर एसोसिएशन (PSACWA) के तत्वावधान में सिलीगुड़ी के Courtyard by Marriott होटल में आयोजित किया गया था।
सम्मान की यह उपलब्धि न केवल डॉ. स्मिता सिंह की व्यक्तिगत उपलब्धि है, बल्कि भोजपुर जिले के लिए भी गर्व का क्षण है, जहाँ से वे PSACWA की जिला अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। शिक्षा के प्रति उनके सतत समर्पण, नेतृत्व क्षमता, और बाल शिक्षा में उनके नवाचारों ने उन्हें इस मंच पर विशेष सम्मान दिलाया।
इस सम्मान समारोह में डॉ.स्मिता सिंह को
🔹 Excellence in the Field of Education Award 2025
🔹 Best President Award in India
🔹 Best Dress Award से नवाजा गया। कार्यक्रम में उपस्थित त्रिपुरा के महामहिम राज्यपाल श्री एन. इंद्रसेना रेड्डी, आईपीएस विकास वैभव, पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर और कोयला एवं खनन मंत्री श्री जी. किशन रेड्डी ने उन्हें विशेष बधाई दी और भोजपुर जैसे जिले से आने वाली महिला नेतृत्व की प्रशंसा की।
डॉ. स्मिता सिंह: भोजपुर की शैक्षिक शक्ति की प्रतीक
डॉ. स्मिता सिंह ने भोजपुर की शिक्षा व्यवस्था को नई दिशा दी है। उनका मानना है कि “बच्चों की नींव मजबूत करनी है तो शिक्षकों को मजबूत करना होगा।” यही सोच लेकर वे इस बार राष्ट्रीय नर्सरी शिक्षक प्रशिक्षण अभियान के शुभारंभ की मुख्य प्रेरणास्रोत भी रहीं, जो स्किल इंडिया मिशन के तहत चलाया जा रहा है।
साथियों का समर्पण भी रहा उल्लेखनीय
भोजपुर से उनके नेतृत्व में जो 11 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सिलीगुड़ी पहुंचा, उन्होंने भी भोजपुर की प्रतिभा और प्रतिबद्धता का परिचय दिया। इस गौरवपूर्ण अवसर पर भोजपुर की 11 सदस्यीय PSACWA प्रतिनिधि टीम के वरिष्ठ सदस्यों को भी एक्सीलेंस इन लीडरशिप अवार्ड्स से सम्मानित किया गया, जिनमें शामिल हैं:
खान एम.डी. रब्नवाज़ जाकी, रविकांत जी, सुजीत सिंह, अंकुर आनंद, सानवी आर्या, सुगम आर्या, वासी अख्तर, उमा शंकर सिंह, संजय कुमार, अफरोज सानु, अमरेश कुमार एवं अन्य |
उनके साथ प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे:
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खान एम.डी. रब्नवाज़ जाकी – निजी विद्यालयों में प्रशासनिक सुधार की दिशा में योगदान
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रविकांत जी, सुजीत सिंह, अंकुर आनंद, सानवी आर्या, सुगम आर्या, वासी अख्तर, उमा शंकर सिंह, संजय कुमार, अफरोज सानु, और अमरेश कुमार – जिन्होंने कांफ्रेंस के विभिन्न तकनीकी और संवाद सत्रों में सक्रिय भागीदारी निभाई।
भोजपुर की राष्ट्रीय पहचान
यह सम्मेलन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020, बाल अधिकार सुरक्षा, डिजिटल शिक्षा, CSR भागीदारी जैसे मुद्दों पर केंद्रित था, और भोजपुर के प्रतिनिधिमंडल ने हर सत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। यह स्पष्ट संकेत है कि अब भोजपुर जैसे जिले नीति निर्धारण की धारा में सिर उठाकर खड़े हैं।
डॉ. स्मिता सिंह ने कहा,
"यह सम्मान भोजपुर की हर उस शिक्षिका के नाम है, जो सीमित संसाधनों में भी बच्चों को भविष्य की उड़ान देना चाहती हैं।"
निष्कर्ष
सिलीगुड़ी की धरती पर भोजपुर की आवाज़ गूंजी, और यह संदेश स्पष्ट हुआ कि बिहारी प्रतिभाएं अब नेतृत्व की भूमिका में हैं। डॉ. स्मिता सिंह का यह सम्मान भोजपुर के शिक्षा क्षेत्र के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा।
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