एस. एन. मेमोरियल स्कूल में कबड्डी प्रतियोगिता का शुभारंभ | संचालिका डॉ. स्मिता सिंह का प्रेरणादायक संदेश
खेल भावना से ओतप्रोत हुआ विद्यालय का वातावरण
एस. एन. मेमोरियल स्कूल में आज से दो दिवसीय
इंटर-क्लास कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन
शुरू हो गया है। विद्यालय के खेल मैदान में जब कक्षा 4 से लेकर
कक्षा 10 तक के छात्र-छात्राएं अपनी-अपनी
कक्षा का प्रतिनिधित्व करते हुए मैदान में उतरे, तो पूरा
परिसर जोश, उत्साह और उत्सव के रंग में रंग
गया।
इस प्रतियोगिता में खास बात यह रही कि एक कक्षा की टीम दूसरी कक्षा से टकराई, जिससे
प्रतिस्पर्धा और भी रोमांचक हो गई। जैसे-जैसे मुकाबले आगे बढ़े, विद्यार्थियों
और शिक्षकों की तालियों की गूंज पूरे परिसर में सुनाई दी।
संचालिका डॉ. स्मिता सिंह की दूरदृष्टि
विद्यालय की संचालिका डॉ. स्मिता सिंह ने इस अवसर
पर प्रतियोगिता का उद्घाटन करते हुए कहा:
“आज के युग में शिक्षा केवल
पुस्तकों तक सीमित नहीं रह सकती। खेल बच्चों के व्यक्तित्व विकास में उतनी ही अहम
भूमिका निभाते हैं जितनी पाठ्यक्रम की किताबें। कबड्डी जैसे
खेलों से बच्चों में टीम भावना, साहस, निर्णय
क्षमता और अनुशासन का विकास होता है। यही गुण भविष्य में उन्हें एक अच्छा नागरिक
और कुशल नेता बनने में मदद करते हैं।”
डॉ. सिंह ने बताया कि विद्यालय में
समय-समय पर इस प्रकार की खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन नियमित रूप से किया जाता है, ताकि हर
बच्चा अपनी प्रतिभा को पहचान सके और आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़े।
खेल हमारे बच्चों के संपूर्ण विकास का एक अहम हिस्सा है। यह न केवल उन्हें स्वस्थ रखता है बल्कि टीम वर्क, अनुशासन, और नेतृत्व जैसे गुण भी सिखाता है। हमारे विद्यालय में शिक्षा के साथ-साथ खेलों को भी उतनी ही प्राथमिकता दी जाती है। हम समय-समय पर इस प्रकार की खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन करते रहते हैं ताकि विद्यार्थियों की प्रतिभा निखर सके और उनका आत्मविश्वास बढ़े।
डॉ. स्मिता सिंह ने आगे बताया कि यह प्रतियोगिता दो दिनों तक चलेगी, जिसमें प्रत्येक मैच के विजेताओं को सम्मानित भी किया जाएगा। उन्होंने बच्चों को खेल भावना के साथ खेलने और हार-जीत से ऊपर सीखने के लिए प्रेरित किया।
न्यूज़वेला टीम से विशेष बातचीत में डॉ. सिंह ने कहा:
हमारा उद्देश्य बच्चों को केवल शैक्षणिक नहीं, बल्कि मानसिक, शारीरिक और भावनात्मक रूप से भी सशक्त बनाना है। खेल प्रतियोगिताएं उनके अंदर की ऊर्जा को सही दिशा देती हैं और उन्हें तनाव से मुक्त रखती हैं। आज के बच्चे कल के समाज निर्माता हैं, और उन्हें हर क्षेत्र में उत्कृष्ट बनाना हमारा दायित्व है।
इसी के साथ डायरेक्टर स्मिता सिंह ने यह भी साफ कर दिया की केवल खेल ही नही इसके साथ -साथ अध्ययन पर भी हमारी पाहल उतनी ही बनी हुई है जितना की खेल पर इसी के साथ उन्होंने
विद्यार्थियों एवं अभिभावकों से यह भी अनुरोध किया है कि छात्र अपने लंच बॉक्स, जल बोतल और स्टडी बुक्स अवश्य साथ लेकर आएं, क्योंकि प्रतियोगिता के बाद शैक्षणिक कक्षाएं यथावत संचालित की जाएंगी।
प्रतियोगिता का पहला दिन रहा रोमांच से भरपूर
प्रतियोगिता के पहले दिन ही विभिन्न कक्षाओं के बीच कई रोमांचक मुकाबले हुए।
हर टीम अपने कक्षा को विजयी बनाने के लिए पूरी शक्ति से मैदान में डटी रही। खेल
शिक्षक एवं निर्णायक मंडल की देखरेख में सभी मैच निष्पक्षता और खेल भावना के साथ
संपन्न हुए।
विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं अन्य शिक्षकों ने भी बच्चों का उत्साहवर्धन किया
और उन्हें खेल के महत्व के बारे में समझाया।
बच्चों का उत्साह चरम पर
खिलाड़ियों के साथ-साथ दर्शक दीर्घा में बैठे छात्र भी बेहद उत्साहित नजर आए। जगह-जगह से “हिप हिप हुर्रे”, “चलो टीम-6”, “जीतो कक्षा 9” जैसी आवाजें गूंज रही थीं। इससे यह साफ जाहिर होता है कि विद्यालय में खेलों को लेकर कितना सकारात्मक वातावरण है।
विजेताओं को किया जाएगा
सम्मानित
प्रतियोगिता के दूसरे दिन (16 जुलाई) विजयी टीमों को ट्रॉफी, प्रमाण-पत्र
एवं मेडल प्रदान किए जाएंगे। साथ ही उन्हें मुख्य मंच पर विशेष
रूप से सम्मानित भी किया जाएगा।
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